रायपुर:- छत्तीसगढ़ में छ.ग. मदरसा बोर्ड द्वारा पंजीकृत मान्यता प्राप्त तकरीबन 300 मदरसों के 1000 शिक्षकों को 2017-18 से 2020-21 तथा सितम्बर 2021 से 2023 तक का लगभग 6 वर्ष का मानदेय अप्राप्त है। इस सम्बन्ध में लगातार शासन-प्रशासन को ज्ञापन पत्र और भेंट कर अवगत कराते रहे हैं पर आज पर्यन्त तक कोई समाधान नहीं हो पाया है। 24/02/2019 को मुस्लिम समुदाय के द्वारा रायपुर में मुख्यमंत्री का इस्तेकबालिया प्रोग्राम रखा गया था जिसमें मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपने उद्बोधन में कहा था। कि हम मानदेय का भुगतान करेंगे, उसके बाद अनेकों बार और भेंट मुलाकात कार्यक्रम में भी मुख्यमंत्री से मिलकर ज्ञापन दिया गया किन्तु लगभग पांच साल का कार्यकाल पूरा होने जा रहा है, हमें आश्वासन के अलावा कुछ नहीं मिला। छ.ग. मदरसा बोर्ड के अध्यक्ष के द्वारा साढ़े चार साल का 40% राज्यांश के लिए फाइल चलाने की बात बताई गई और बहुत जल्द मानदेय का भुगतान करने का आश्वासन मिलता रहा किन्तु आज पर्यन्त तक मानदेय अप्राप्त है। उपरोक्त समस्याओं के समाधान हेतु प्रत्येक मंत्री, विधायक, अधिकारियों से मिलकर ज्ञापन दिया गया. अपनी बातों को प्रमुखता से रखा गया किन्तु शासन-प्रशासन की उदासीनता के चलते कोई समाधान नहीं हो पाया जिससे हमारा भविष्य भी अंधकारमय हो गया है जिसके कारण हमारे मदरसा शिक्षक व्यथित एवं आक्रोशित हैं। अपनी मांगों को मजबूती से रखने के लिए एवं उपरोक्त समस्याओं का समाधान कराने के लिए हमारे मदरसा संघ आईमास छ.ग./ छत्तीसगढ़ मदरसा तंजीम / छत्तीसगढ़ मदरसा आधुनिक शिक्षा संघ, तीनों संगठन संयुक्त रूप से दिनांक 13/09/2023 प्रातः 11 बजे से शाम 05.00 बजे तक एक दिवसीय धरना प्रदर्शन का कार्यक्रम धरना स्थल तूता नया रायपुर में आयोजन किया गया है। जिसमें पूरे प्रदेश भर के लगभग 500 से भी अधिक मदरसा शिक्षक, संचालक एवं सामाजिक लोग उपस्थित रहेंगे। धरना पश्चात् मुख्यमंत्री के नाम अपनी मांगों का ज्ञापन सौंपा जायेगा। उसके पश्चात् भी हमारी मांगों की ओर ध्यान नहीं दिया गया तो 15 दिवस पश्चात् उम्र आंदोलन के लिए अग्रसर होंगे जिसकी समस्त जिम्मेदारी शासन-प्रशासन की होगी।
छ.ग. मदरसा शिक्षकों को 6 साल से वेतन नहीं मिलने के चलते तुता, अभनपुर रोड, नया रायपुर किया विशाल धरना-प्रदर्शन
September 13, 2023
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