कुकदुर:- पंडरिया विधानसभा के कुकदुर थाना के ग्राम नागडबरा में राष्ट्रपति के दत्तक पुत्र बैगा परिवार के पति-पत्नी और पुत्र तीन लोगों की मृत्यु हुई है* मृतक बैगा परिवार के परिजनों से पंडरिया विधानसभा के **कांग्रेस*प्रत्याशी नीलू चंद्रवंशी* * नागाड़बरा मिलने के लिए गए थे और मृतक के परिजनों बातचीत भी किये, बातचीत में मृतक के परिजनों ने बताया की तीनो लोगो की हत्या हुई है, लेकिन भाजपा के निर्वाचित जन प्रतिनीधी एवं पुलिस द्वारा साक्ष को छुपाकर हत्या को अजगनी से मृत्यु के रूप में बदलने का प्रयास किया जा रहा है जन सेवा की बात करने वाली पंडरिया विधायक जी के द्वारा घटना स्थल पर पहुंचकर पुलिस से साक्ष को मिटाने का प्रयास की है घटना स्थल पर परिजनों ने खून का छीटा लकड़ी के खम्भा में , दीवाल एवं जमीन पर देखे है जिसको विधायक जी के निर्देश पर लकड़ी की खम्भा में खून की निशान को छिलकर, दीवाल को चुना पुताई कराकर एवं जमीन को गोबर से लिपवाकर साक्ष को पुलिस एवं शासन प्रशासन द्वारा मिटाया गया है जो कि यह बात स्पष्ट मृतक के परिजन बोल रहें है एवं घटना स्थल में स्पष्ट रूप से प्रथम दृष्टया में नजर आ रहा है जिसको पुलिस द्वारा एक ही बैगा परिवार की तीन लोगो की हत्या को अजगनी से दुर्घटना में बदलने का प्रयास किया जा रहा है।
पुलिस एवं साशन प्रशासन द्वारा मृतक के शव के सभी अंग को दिखाए बगैर पंचनामा बनाने की जानकारी दिए बगैर घटना स्थल के बगल वाले खेत में पोस्टमार्डम किया है खेत में पोस्टमार्डम करना भी संदिग्ध के दायरे में आता है फिर पुलिस एवं शासन प्रसाशन द्वारा मृतक परिजनों के ऊपर दबाव बनाकर बैगा परिवार के रीती नीति के विरुद्ध दाह संस्कार कराया गया है जबकि बैगा परिवार में दाह संस्कार नहीं किया जाता है शव को दफनाया जाता है लेकिन साक्ष को छिपाने की मंशा से पुलिस एवं शासन प्रशासन के द्वारा दबाव पूर्वक परिजनों से दाह संस्कार कराया गया है
पुलिस एवं शासन प्रसाशन द्वारा तरह तरह की बात कर रहें है पहले बोले की गैस सिलेंडर की फटने से मृत्यु हुई है फिर बोले की आग लगने से जलकर मृत्यु हुई है अब बोल रहें है फॉरेनसी की टीम आई थी उनके रिपोर्ट से पता चलेगा की मृत्यु कैसे हुई है पुलिस द्वारा अलग बात करना भी संदिग्ध नजर आ रहा है।
घटना मृतक बैगा परिवार के घर के बगल में बने कवेलू के खुला झोफड़ी में हुआ है झोफड़ी के नीचे जले हुए तीनो शव पड़े थे शव के ऊपर झोफड़ी के तीन तीन फुट के तीन बल्ली जले हुए स्पष्ट रूप दिख रहा है क्या तीन फुट के तीन बल्ली के जलने से तीन लोगो का जिन्दा जलकर मृत्यु हो सकता है घटना स्थल को देखने से पता चलता है कि तीनो लोगो का हत्या करने के बाद शव को जलाया गया है हम लोग पोस्टमार्डम करने वाले डॉक्टर के पास भी गए थे डॉक्टर का कहना है की शव जल चूका था पोस्टमार्डम से मृत्यु कारण पता नहीं चला है मृत्यु का कारण पुलिस इन्वेस्टीगेशन या फॉरेनसिक रिपोर्ट से पता चलेगा और मृत्यु का कारण स्पष्ट नहीं हुआ है लेकिन विधायक जी ने शासन प्रशासन से दबाव बनाकर हत्या को आगजनी की दुर्घटना का रूप देने की मंशा से जिला प्रशासन से आगजनी से मृत्यु हुई है करके आरबीसी 6-4 के तहत 4 - 4 लाख यानि तीनो लोगो का 12 लाख का चेक परिजन को दे दिए है जबकि मृत्यु का कारण अभी तक स्पष्ट नहीं हुआ है, जबकि आगजनी से मृत्यु होना प्रमाणित होता तभी आरबीसी 4-6 के तहत दिया जा सकता है, इससे स्पष्ट होता है की जन सेवा की बात करने वाले विधायक जी द्वारा राष्ट्रपति के दत्तक पुत्र बैगा परिवार की आवाज को बदनामी की डर से दबाया जा रहा है।