रायपुर:- छत्तीसगढ़ में पीएससी भर्ती मामले में हलचल बढ़ती जा रही है। तत्कालीन पीएससी चेयरमैन टामन सिंह सोनवानी समेत कुछ नेताओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज किया गया है। जीवन किशोर ध्रुव के खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया है। भाजपा ने इस मामले को उठाया है और सरकार में आने से पहले वादा किया था कि मामले की जांच कराई जाएगी और दोषियों को जेल भेजा जाएगा।
11 मई 2023 को सीजी पीएससी 2021 का फाइनल रिजल्ट जारी हुआ था, जिसमें 171 पदों पर भर्ती की गई थी। बीजेपी ने मेरिट लिस्ट में अनियमितता के आरोप लगाए थे। इसके बाद हाईकोर्ट ने 18 लोगों की नियुक्ति को रोकने के आदेश दिए थे।
राज्य सरकार ने सीबीआई जांच कराने का फैसला किया है। छत्तीसगढ़ शासन गृह (पुलिस) विभाग ने महानिदेशक राज्य आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो एवं एन्टी करप्शन ब्यूरो को अपने पत्र के माध्यम से अवगत कराया है कि छग राज्य लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित प्रतियोगी परीक्षा वर्ष 2021 में अनियमितता और भ्रष्टाचार के आरोप हैं।
उक्त पत्र के आधार पर, टामन सिंह सोनवानी तथा अन्य नेताओं ने राजनैतिक प्रभाव का इस्तेमाल करके भ्रष्टाचार किया गया है, जो धारा 120 बी, 420 एवं धारा 7, 7(क), एवं 12 श्र०नि०अ० 1998 के तहत अपराधिक षड़यंत्र माना जा रहा है। इस मामले में अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया है।