कवर्धा (छिरहा):- स्कूल संचालन के लिए प्रमुख स्तंभ है, शिक्षक, विद्यार्थी और पालक. विद्यार्थियों के बेहतर उपलब्धि हेतु शिक्षकों एवं पालकों का समन्वय के साथ संयुक्त प्रयास आवश्यक है. पालक व शिक्षकों के बीच का संवाद विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास में एक महत्वपूर्ण कड़ी होता है. इसी को दृष्टिगत रखते हुए विद्यालय में वर्तमान शैक्षणिक सत्र में किए गए कार्यों की पालकों को जानकारी देने, विद्यार्थियों के अब तक कि शैक्षणिक प्रगति बताने, पालकों से सुझाव लेने, शेष बचे समय में वार्षिक परीक्षा में बेहतर उपलब्धि प्राप्ति हेतु मंथन करने सहित विभिन्न उद्देश्यों को लेकर जिले के कवर्धा ब्लॉक अंतर्गत स्थित शासकीय हाई स्कूल छिरहा में पालक-शिक्षक बैठक का आयोजन सफलतापूर्वक संपन्न हुआ।
संस्था के प्राचार्य डॉ. रमेश चन्द्रवंशी ने अर्धवार्षिक परीक्षा परिणाम, कक्षा में विद्यार्थियों की उपस्थिति, विद्यालय में गठित विभिन्न समितियों के माध्यम से किए गए पाठ्येत्तर गतिविधियाँ, विद्यार्थियों को अभिव्यक्ति का अवसर, नेतृत्व क्षमता का विकास, ओपन लाइब्रेरी, न्यूज़ कार्नर, वृक्ष मित्र अभियान के तहत पौधरोपण व उसकी सुरक्षा, शिक्षकों द्वारा सभी आठ गाँव में जाकर पालकों से संपर्क, निर्धारित पाठ्यक्रम अनुरूप नियमित अध्यापन कर समयसीमा में पाठ्यक्रम की पूर्णता, कमजोर विद्यार्थियों को उपचारात्मक शिक्षण, विषयगत कठिनाइयों का निराकरण, विद्यार्थियों के घर में पढ़ने के लिए निर्धारित समय में अध्ययन, प्रायोगिक व प्रायोजना परीक्षा, दसवीं बोर्ड परीक्षा के लिए निर्धारित लक्ष्य, निःशुल्क पाठ्यपुस्तक, छात्रवृत्ति, नवमीं के छात्राओं को निःशुल्क सायकल, निर्धन छात्र निधि से निःशुल्क ड्रेस, छात्र संघ के माध्यम से नेतृत्व क्षमता, विद्यार्थियों को बस्ते के बोझ से मुक्ति, कैरियर कॉउंसलिंग, शाला सुरक्षा, पास्को बॉक्स एवं पास्को एक्ट के प्रावधान, लैंगिक अपराधों से बालकों का संरक्षण अधिनियम 2012, छात्राओं को रानी लक्ष्मीबाई आत्मरक्षा प्रशिक्षण, वार्षिक उत्सव, विद्यालय के तीन विद्यार्थियों का जिला स्तरीय इन्सपायर अवार्ड प्रदर्शनी एवं चार विद्यार्थियों का संभाग स्तरीय खेलकूद में सहभागिता, विद्यालय परिसर में गुटखा-पाउच व मोबाइल पर प्रतिबंध, विद्यार्थियों का स्वास्थ्य परीक्षण, कृमिनाशक टेबलेट आदि के संबंध में वर्तमान सत्र में किए गए कार्यों की विस्तृत जानकारी प्रदान किया।
कार्यक्रम का शुभारंभ माँ सरस्वती व छत्तीसगढ़ महतारी की पूजा अर्चना तथा पालकों के स्वागत पश्चात शिक्षकों के परिचय से हुआ. इस दौरान पालकों से खुले मंच में सुझाव आमंत्रित किया गया।
विद्यालय के इस पहल का पालकों ने सराहना करते हुए आश्वस्त किया कि अपने पाल्य को घर में पढ़ाई हेतु आवश्यक बेहतर वातावरण व संसाधन उपलब्ध कराएंगे. साथ ही प्रतिदिन प्रातः चार से सात बजे तक अध्ययन पर नजर रखेंगे. व्याख्यता कल्पना मरावी ने आभार प्रदर्शन किया।
बैठक में प्रमुख रूप से प्राचार्य डॉ. रमेश चन्द्रवंशी, व्याख्यतागण कल्पना मरावी, राजाराम साहू, रंजीता माहेश्वरी, वीणाक्षी नामदेव, पालकगण शम्भू पटेल, सुरेश पटेल, टकेश्वर, जयपाल, गोपी राम, देवकुमार, पलेश्वर फेकू धुर्वे, मानसिंह, मनहरण, सुखीराम, जगातीराम, भरत नाथ, विजय पटेल, उत्तरा, जयराम, भरत निषाद, दुर्जन, दशे पटेल, मोहरदास, शत्रुहन धुर्वे, मनोज साहू, अगरमन, संगीता, राहुल सोनकर, भूपत राम, दरबारी, पुष्पा योगी, मिलऊ पटेल, कुमार निर्मलकर, नोहर साहू, सीताराम, सुनीता, रवि पटेल, मिथुन नाथ, रसपाल, भगवान दास, कुमारी बाई, राजकपूर, रामखेलावन, नीलेश आदि उपस्थित रहे।
पालकों के नहीं आने के मिथक को तोड़ने में सफल---*
*शासकीय हाई स्कूल छिरहा के शिक्षकों ने प्राचार्य के नेतृत्व में टीम भावना के साथ सतत रूप से कार्य करते हुए शासकीय विद्यालय में पालकों के नहीं आने के मिथक को तोड़ने में एक बार फिर से सफल हुए हैं. विद्यालय में सत्र 2014-15 से वृहद रूप से प्रारंभ किए गए पालक-शिक्षक बैठक के आयोजन का तेरहवाँ सफल बैठक है. अब तक आयोजित सभी बैठकों में पालकगण उत्साहपूर्वक शामिल होते आए हैं।
प्रथम व द्वितीय स्थान प्राप्त विद्यार्थी पुरस्कृत---*
*विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करने के लिए स्कूल में आयोजित अर्धवार्षिक परीक्षा में कक्षा नवमीं व दसवीं में प्रथम व द्वितीय स्थान प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को पालकों के समक्ष पुरस्कृत किया गया।