कबीरधाम (विशेष संवाददाता):- रक्तदान को जीवनदान कहा जाता है और आवश्यकता पड़ने पर रक्तदाता किसी भगवान से कम नहीं होते। ऐसा ही एक उदाहरण कबीरधाम जिले में देखने को मिला, जब जिला चिकित्सालय में भर्ती एक गर्भवती महिला को जचकी के समय अधिक रक्तस्राव होने के कारण खून की अत्यधिक आवश्यकता पड़ी। इस मौके पर रेडक्रॉस सोसायटी के आजीवन सदस्य जीवन कौशिक ने तत्परता दिखाते हुए रक्तदान किया और महिला की जान बचाई।
यह जीवन कौशिक का 25वां रक्तदान था, जिसने मानवता की सेवा में एक नई मिसाल पेश की। वे 108 आपातकालीन सेवा के जोनल मैनेजर के पद पर कार्यरत हैं और आपातकालीन स्थिति में सक्रिय रहते हैं। जिला चिकित्सालय कबीरधाम में रक्त की कमी को देखते हुए उन्होंने एबी पॉजिटिव ब्लड ग्रुप का रक्तदान किया, जो ब्लड बैंक में उपलब्ध नहीं था।
परिजनों का आभार:
प्रसूता महिला के परिजन सनत साहू ने जीवन कौशिक के प्रति गहरा आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि जीवन कौशिक के इस निस्वार्थ सेवा भाव ने उनकी जान बचाई और उनके परिवार को एक नया जीवन दिया।
रक्तदान के समय उपस्थित गणमान्य व्यक्ति:
रक्तदान के समय बालाराम साहू, जिला समन्वयक रेडक्रॉस, हरीश साहू, नई चमक रक्तदान समिति के अध्यक्ष, और गोपाल मानिकपुरी, लैब टेक्नीशियन भी मौजूद थे। इन सभी ने जीवन कौशिक के इस सराहनीय कार्य की प्रशंसा की और उन्हें बधाई दी।
समाज के लिए प्रेरणा:
जीवन कौशिक का यह कदम समाज के लिए एक प्रेरणा का स्रोत है। रक्तदान एक ऐसा पुण्य कार्य है, जो न सिर्फ किसी की जान बचाता है, बल्कि समाज में एक सकारात्मक संदेश भी फैलाता है। जीवन कौशिक ने इस कार्य के माध्यम से यह सिद्ध कर दिया कि मानवता की सेवा सर्वोच्च है और हमें इस दिशा में हमेशा तत्पर रहना चाहिए।
रक्तदान के महत्व पर बल:
रक्तदान के महत्व को देखते हुए, समाज के सभी वर्गों को आगे आकर इस पुनीत कार्य में हिस्सा लेना चाहिए। रक्तदान से न केवल हम किसी की जान बचा सकते हैं, बल्कि समाज में एक स्वस्थ और सुरक्षित वातावरण भी बना सकते हैं। जीवन कौशिक का यह कार्य निसंदेह सभी को प्रेरित करेगा और अधिक से अधिक लोग रक्तदान के लिए आगे आएंगे।
जीवन कौशिक ने अपने 25वें रक्तदान के माध्यम से यह संदेश दिया है कि मानवता की सेवा में समर्पित होकर हम समाज को एक बेहतर दिशा में ले जा सकते हैं। उनके इस प्रयास के लिए उन्हें हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं।