इंदौरी:- इंदौरी जोन के अंतर्गत चार दिवसीय FLN (फाउंडेशनल लिटरेसी एंड न्यूमेरसी) प्रशिक्षण दिनांक 14 जून से 17 जून 2024 तक शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, इंदौरी में संपन्न हुआ। इस प्रशिक्षण में कवर्धा विकासखंड के 13 संकुलों के कक्षा 1 से 3 तक पढ़ाने वाले शिक्षक शामिल हुए। संकुलों में इंदौरी, कोसमंदा, झिरौनी, पनेका, दशरंगपुर, गुढ़ा, चचेड़ी, पथर्रा, झलमला, बम्हनी, धमकी, सोनपुरी रानी आदि शामिल थे।
प्रथम दिवस का प्रशिक्षण राष्ट्रगान और सरस्वती वंदना के साथ आरंभ हुआ। बीईओ संजय जायसवाल, बीआरसी जलेश चंद्रवंशी, एसआरजी मनोज साहू, खोजन दास डिंडोरै, डीआरजी प्रशिक्षक महेन्द्र जांगड़े, मूलचंद धुर्वे, और मोहित ठाकुर ने इस मौके पर उपस्थित रहकर प्रशिक्षण के उद्देश्यों, उपयोगिता और महत्ता पर प्रकाश डाला।
प्रशिक्षण के दौरान मूलचंद धुर्वे ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020, निपुण भारत मिशन के उद्देश्यों, FLN की आवश्यकताओं और विशेषताओं पर चर्चा की। उन्होंने मौखिक भाषा विकास, संतुलित भाषा की पद्धतियों, कौशल केंद्रित पठन, और चार खंडीय रूपरेखा पर भी विस्तार से विचार-विमर्श किया।
द्वितीय दिवस का प्रशिक्षण भी राष्ट्रगान और सरस्वती पूजा से आरंभ हुआ। मूलचंद धुर्वे ने मौखिक भाषा विकास, डिकोडिंग, पठन, और लेखन पर गहन चर्चा की। उन्होंने चार समूहों में बांटकर गतिविधियों और खेल के माध्यम से बच्चों के भाषाई कौशल के विकास के तरीकों को समझाया। इस दिन रामकुमार पांडेय और एबीईओ अजय चंद्रवंशी का ऑनलाइन मार्गदर्शन भी प्राप्त हुआ।
तृतीय दिवस के प्रशिक्षण में पूर्व दिवस के अनुभवों का समेकन प्रस्तुत किया गया। बीईओ संजय जायसवाल और खोजन दास ने दो दिनों का फीडबैक लिया। प्रधानपाठक सावन कुमार चंद्रवंशी ने अपने अनुभव साझा किए। महेंद्र जांगड़े ने बुनियादी गणित की अवधारणाओं, NCF FS के अंतर्गत गणित शिक्षण के दृष्टिकोण और साप्ताहिक एवं वार्षिक योजना पर चर्चा की।
चतुर्थ दिवस का प्रशिक्षण नवाजतन, पुस्तकालय, ई-जादुई पिटारा, और बहुभाषी शिक्षा पर केंद्रित रहा। विभिन्न गतिविधियों और चर्चाओं के साथ चार दिवसीय FLN प्रशिक्षण का समापन हुआ, जिसमें शिक्षकों ने कई महत्वपूर्ण जानकारियाँ और कौशल प्राप्त किए। इस प्रकार, यह प्रशिक्षण सफलतापूर्वक संपन्न हुआ और उपस्थित शिक्षकों ने इसके माध्यम से अपने शिक्षण कौशल को और भी प्रभावी बनाया।