सहसपूर लोहारा तहसील के ग्राम भठैलाटोला और गांगपूर की स्थिति:-सहसपूर लोहारा तहसील के सुदूर अंचल में बसे ग्राम भठैलाटोला और गांगपूर के पक्की सड़कों पर कच्ची मिट्टी के ढेले एक गंभीर समस्या बन गए हैं। हाल ही में देखा गया है कि किसान अपने खेतों की जुताई के बाद केचबील वाले ट्रैक्टर को बिना मिट्टी हटाए पक्की सड़कों पर चला रहे हैं, जिससे बड़े-बड़े मिट्टी के ढेले सड़कों पर आ जाते हैं।
यह मिट्टी काली, चिकनी और चिपचिपी होती है, जो बारिश होने पर भी नहीं घुल पाती और कीचड़ का स्वरूप ले लेती है। इससे सड़कों में फिसलन बढ़ जाती है, जिससे आम जनता को आवागमन में कठिनाई का सामना करना पड़ता है। कई मोटरसाइकिल चालक और साइकिल से स्कूल जाने वाले बच्चे फिसलने की वजह से गिर जाते हैं।
आवागमन में कठिनाई और दुर्घटनाओं की बढ़ती संभावनाएँ
बारिश के बाद कीचड़ बनने से सड़क पर फिसलन इतनी बढ़ जाती है कि आम लोगों को अपने दैनिक कार्यों में भी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। विशेष रूप से मोटरसाइकिल और साइकिल चालकों के लिए यह स्थिति बेहद खतरनाक हो जाती है। बच्चों को स्कूल जाने में भी कठिनाई होती है और कई बार वे इस फिसलन के कारण गिरकर चोटिल हो जाते हैं।
किसानों से अपील:- सावधानी बरतें और जिम्मेदारी निभाएं
सभी किसानों से अनुरोध है कि वे खेत की जुताई के बाद ट्रैक्टर को सड़कों पर ले जाने से पहले मिट्टी हटा लें या सड़कों के किनारे ट्रैक्टर खड़ा करके मिट्टी निकाल लें। इससे आम लोगों को परेशानी नहीं होगी और सड़क दुर्घटनाओं की संभावनाएं कम होंगी। आपकी छोटी सी सावधानी पूरे गाँव की सुविधा और सुरक्षा सुनिश्चित कर सकती है।
ग्रामवासियों की भूमिका:- सक्रिय रहें और सहयोग करें
ग्रामवासी भी इस दिशा में सक्रिय भूमिका निभाएं और ऐसे किसानों को सख्त हिदायत दें। इसके लिए ठोस नियम बनाएं ताकि भविष्य में ऐसी स्थिति उत्पन्न न हो। सभी लोग अपनी मानवीयता दिखाएं और पक्की सड़कों की अहमियत को समझते हुए उनका सही उपयोग करें। मिल-जुलकर सहयोग करें और सुरक्षित आवागमन को सुनिश्चित करें।
सहयोग और सावधानी से सुरक्षित आवागमन
किसानों की थोड़ी सी सावधानी और ग्रामवासियों के सहयोग से इस समस्या का समाधान संभव है। पक्की सड़कों पर कच्ची मिट्टी के ढेलों की वजह से हो रही असुविधा और दुर्घटनाओं को रोका जा सकता है। सुरक्षित और सुगम आवागमन के लिए सभी का सहयोग और जिम्मेदारी महत्वपूर्ण है।