पंडरिया:- वही नीलू चंद्रवंशी का कहना है किसानो कि रिकवरी राशि मे भ्र्ष्टाचार कि पोल खुलने से भावना बोहरा बहोत डरी हुई है कभी अखाड़ा मे आ जाओ बोलती है, कभी सामने आओ बोलती है, कभी मानसिक संतुलन खो बैठे है बोलती है, तो कभी मै डरती नहीं बोलती है उनके भाषा और शैली मे स्पष्ट झलक रहा है कि विधायक जी डरी हुई है। और स्वभाविक है जो भ्रष्टाचार करते है वो भय मे रहते ही है इसीलिए भावना बोहरा भी किसानो कि रिकवरी और शक़्कर मे भ्रष्टाचार की है इसलिए विधायक जी डरी हुई और उलूल जुलूल बयान दे रही है।
भारतीय किसान संघ संगठन ने किसानों की रिकवरी राशि एवं शक्कर में घोटाला हुआ है गन्ना का भुगतान नहीं हुआ है MD बहुत गड़बड़ कर रहे है MD का ट्रांसफर होना चाहिए करके किसान संघ 23 अगस्त से आंदोलन में बैठ रहे हैं
*BJP के कार्यकर्ता हीं लगा रहे है आरोप*
BJP के कार्यकर्ता हीं भावना बोहरा के ऊपर आरोप लगा रहे है और नीचे दिए विडियो मे बोल रहे है भ्रष्टाचार करने के लिए बाहरी लोगो को विधायक के कहने पर भर्ती किया जा रहा है AVBP एवं युवा मोर्चा के कार्यकर्त्ता शक्कर मिल में विधायक जी के शक़्कर वितरण कार्यक्रम के पहले एमडी को घेर के बोल रहे है कि विधायक के कहने पर बाहरी लोगो का भर्ती करके बहुत भ्र्ष्टाचार कर रहे हो और हमारे फोन नहीं उठाते हो करके MD को भाजपा के कार्यकर्ता घेरे हुए है जो नीचे वीडियो मे स्पष्ट दिख रहा है
*गन्ना के भुगतान नहीं होने से किसान परेशान है।*
पिछले 10 महीने से पंडरिया के किसानों का गन्ना के मूल राशि का भुगतान, बोनस एवं रिकवरी राशि का भुगतान आज पर्यंत तक नहीं हुआ है जबकि कवर्धा शक्कर कारखाना के सभी किसानों का भुगतान हो गया है पंडरिया के किसानों का भुगतान क्यों नहीं हुआ पंडरिया विधायक से किसान जवाब मांग रहा है और किसान परेशान है
*भावना हीं भ्रष्टाचार है*
एमडी सतीश पाटले ने पंडरिया विधायक श्रीमती भावना बोहरा के साथ मिलीभगत कर रिकवरी राशि 11.61 करोड़ रूपए एवं 12.21 करोड़ रूपए की शक्कर को चोरी छिपे बेचकर कुल 23.82 करोड़ का भारी भरकम घोटाला किया है। गन्ना पेराई सत्र 2023-24 में पूरेे देश मे गुड़ और शक्कर के उत्पाद मे बेतहासा वृद्धि हुई। अगर छत्तीसगढ़ राज्य में संचालित सहकारी शक्कर उत्पादक कारखानो की ही बात की जाए तो मां महामाया सहकारी शक्कर कारखाना सरगुजा में पिछले वर्ष शक्कर का उत्पादन 8.99 प्रतिशत हुआ था इस वर्ष 9.95 प्रतिशत उत्पादन हुआ है यानि लगभग 1 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है। भोरमदेव सहकारी शक्कर उत्पादक कारखाना कवर्धा में गन्ना रिक्वरी दर पिछले वर्ष 12.31 प्रतिशत दर्ज की गई तो इस वर्ष 12.50 प्रतिशत उत्पादन हुआ है यानि 0.19 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। दंतेश्वरी सहकारी शक्कर उत्पादक कारखाना बालोद में पिछले वर्ष शक्कर का उत्पादन 10.84 प्रतिशत हुआ था इस वर्ष 11 प्रतिशत उत्पादन हुआ है यानि 0.16 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। वहीं दूसरी तरफ पंडरिया कारखाना की बात की जाए तो यहां पिछले वर्ष शक्कर का उत्पादन 13.15 प्रतिशत हुआ था लेकिन इस वर्ष यह अचानक घटकर 12.78 प्रतिशत हो गया, यानि 0.37 की कमी बताया जा रहा है। जो कि गलत है पंडरिया मील मे रिकवरी लगभग 14% आया है, वृद्धि हुआ है लेकिन भ्रष्टाचार करने के लिए रिकवरी दर को कम बताया जा रहा है इससे स्पष्ट है भावना हीं भ्रष्टाचार है।