कवर्धा:- जिला मुख्यालय से 5 किलोमीटर की दूरी पर स्थित ग्राम छिरहा धाम में 12 सितंबर से 13 सितंबर तक 24 घंटे का भव्य सतनाम झूला कार्यक्रम आयोजित । यह कार्यक्रम 12 सितंबर की शाम 4:00 बजे प्रारंभ होगा और 13 सितंबर की शाम 5:00 बजे सम्पन्न होगा। इस धार्मिक आयोजन का मुख्य उद्देश्य गांव के लोगों को सतनाम पंथ के संस्थापक बाबा गुरु घासीदास जी के उपदेशों और शिक्षाओं से अवगत कराना था।
पंथी नृत्य के माध्यम से महिमा का वर्णन:-
कार्यक्रम में पंथी नृत्य का भी आयोजन किया जाएगा, जो सतनाम पंथ का प्रमुख सांस्कृतिक नृत्य है। नृत्य के दौरान कलाकारों ने बाबा गुरु घासीदास जी की महिमा और उनके जीवन से जुड़ी महत्वपूर्ण घटनाओं को प्रस्तुत किया जाएगा। पंथी नृत्य की परंपरा और आध्यात्मिक धारा ने पूरे आयोजन को भक्तिमय और प्रेरणादायक बनायेगा। इस नृत्य के माध्यम से बाबा जी की शिक्षाओं और उनके द्वारा स्थापित सामाजिक समरसता के संदेश को जीवंत रूप में प्रस्तुत किया गया।
गांववासियों की भागीदारी:-
ग्राम छिरहा के निवासी इस कार्यक्रम में बढ़-चढ़कर शामिल होंगे और पूरे उत्साह के साथ बाबा गुरु घासीदास जी के आदर्शों को आत्मसात करेंगे। कार्यक्रम के दौरान स्थानीय ग्रामीण बाबा जी के उपदेशों पर अपने अनुभव साझा करेंगे और उनके संदेशों को समाज में फैलाने का संकल्प लेंगे। इस आयोजन ने गांववासियों को अध्यात्म और सामाजिक समरसता के प्रति जागरूक करने का कार्य किया जायेगा।
समापन समारोह:-
13 सितंबर की देर शाम को सतनाम झूला कार्यक्रम का विधिवत समापन जाएगा। कार्यक्रम के अंत में बाबा गुरु घासीदास जी की आरती और भजनों के साथ, उनकी शिक्षाओं के महत्व पर प्रकाश डाला जायेगा। इस दौरान उपस्थित लोगों में अपने जीवन में बाबा जी के उपदेशों को अपनाने और समाज में भाईचारे और एकता को बढ़ावा देने का संकल्प लिया जायेगा।
ग्राम छिरहा का यह सतनाम झूला कार्यक्रम गांववासियों के लिए एक अनूठा और प्रेरणादायक अनुभव रहेंगे, जो आने वाले समय में भी बाबा गुरु घासीदास जी के आदर्शों को आगे बढ़ाने में सहायक सिद्ध होगा।