सहसपुर लोहांरा :- सहसपुर लोहांरा तहसील अंतर्गत विभिन्न स्कूलों में अध्यापन करने वाले छात्रो ने अपने नजदीकी तहसील कार्यालय में अनुसूचित जन जाति के जाति प्रमाण पत्र के लिए पिछले वर्ष कांग्रेस सासन काल में आवेदन प्रस्तुत किया गया था | जिस पर विभिन्न स्तरों में उस आवेदनों की जाँच करते हुवे तहसीलदार महोदय द्वारा विधिवत अस्थायी जाति प्रमाण पत्र जारी कर दिया गया था, इसके बाद खेल शुरु हुवा अनुविभागीय अधिकारी सहसपुर लोहारा के कार्यालय से जहा पर दस्तावेज पूर्ण होते हुवे भी गरीब छात्रों को कार्यालय का चक्कर काटने हेतु कुछ भी कारण बताते हुवे स्थायी जाती प्रमाण पत्र को आवेदक को अलग अलग समय में अलग अलग कारण बताते हुवे उन्हें वापिस भेज दिया जाता है इसके बाद जब आवेदक द्वारा अपना मूल दस्तावेज लेकर कार्यालय के चक्कर काटा जाता है | लेकिन कुछ गरीब तबके के छात्र जो की विहड पहाड़ी छेत्रो से है जो की अति गरीब एवं अति पिछड़ी छेत्रो से आते है वे अश्मर्थ है। ऐसे लोग सिर्फ इंतिजार के अलावा और कुछ नहीं कर पा रहे थे ऐसे तैसे इन लोगो को आवेदन किये लगभग 6 से 7 माह हो गया लेकिन इन लोगो का आवेदन का निराकरण नहीं हो पाया जबकि सभी का दस्तावेज भी लगा था साथ ही जिनका पुराना रिकार्ड नहीं है उनके लिए पंचायत प्रस्ताव भी लगाया गया था |
हद तो तब हो गयी जब यहाँ के सम्बंधित लिपिक द्वारा इन पढ़ने वाले बच्चो के लिए इश्तिहार प्रकाशन का आदेश भी माननिय अनुविभागीय अधिकारी के हस्ताक्षर से निकाला गया जिसमे यह कहा गया की सम्बंधित इश्तिहार का प्रकाशन किसी भी दो समाचार पत्र में स्वयं के व्यय से छपवाने की बात सम्बंधित अधिकारी एवं उनके बाबू द्वारा कहा गया एवं इश्तिहार की कापी भी दिया गया। आवेदक द्वारा समाचार पत्र में छपवाने में असमर्थता भी जाहिर किया गया जबकि छत्तीसगढ़ सासन के जाति प्रमाण पत्र के गाइड ल़ाइन आदेश में ऐसा कही पर भी जिक्र नहीं किया गया है, जिसमे किसी आवेदक को समाचार पत्र में इस प्रकार इश्तिहार प्रकासन संबंधी कोई निर्देश नहीं है। इसके बावजूद सम्बंधित बाबू द्वारा अनेको ऐसे छात्रो को घूमाया जाता है। साथ ही जो दलाल के माध्यम से जाति प्रमाण पत्र बनवाता है उनका जाति प्रमाण पत्र अथवा अन्य कोई भी कार्य आसानी से हो जाता है, ऐसे में गरीब तबके के लोगो को इसका खामियाजा भुगतना पढता है । ऐसे में इन गरीब अनुसूचित जन जाती के छात्रो जो कि बीहड़ जंगलो के बिच में निवास करते है आखिर इनका समस्या कौन सुनेगा ? इस बात को लेकर सम्बंधित लोगो द्वारा कलेक्टर महोदय के जनदर्सन में भी गुहार लगाया गया, लेकिन कांग्रेसी सत्ता के अनुसार चलने वाले कोई भी अधिकारी ने इन गरीब छात्रो के बारे में नहीं सोचा। ऐसे में अचानक सत्ता परिवर्तन होते ही इन लोगो की मुलाकात स्थानीय भाजपा कार्यकर्ता किसान मोर्चा के अध्यक्ष एवं समाज सेवी पूर्व सरपंच श्री देवदास मानिकपुरी जी से हुई जिन्होंने इन लोगो की समस्या को सूना और सूनकर बड़ी गंभीरता से लिया उन्होंने तत्काल डिप्टी सीएम श्री विजय शर्मा जी के नेतृत्व में इन लोगो के आवेदन पर विचार करने आदरणीय कलेक्टर महोदय कबीरधाम से दूरसंचार तंत्र से इनकी समस्या से अवगत कराया , जिस पर कलेक्टर महोदय द्वारा तत्काल अमल करते हुवे अनुविभागीय अधिकारी राजस्व को लाइनप कर सम्बंधित का जाति प्रमाण पत्र एवं अन्य कार्यो को जो कि बेवजह लटकाया गया है को पूर्ण करने निर्देशित किया गया।
भाजपा का सत्ता आते ही गरीब छात्रों से लेकर बड़े बुजुर्गो का कार्य को स्वयं भाजपा किसान मोर्चा अध्यक्ष एवं समाज सेवी देवदास मानिकपुरी आगे बढ़कर इस कार्य को करने तत्पर है। ऐसे भ्रस्ट अधिकारी कर्मचारी को भी कार्य करने का तरीका सिखाने प्रतिबध्ध है । देवदास मानिकपुरी जो की महज घनघोर जंगल क्षेत्र के अति पिछड़ा एरिया ग्राम जुनवानी में निवास करते है उन्होंने ऐसे सभी छात्रो का गाव के सियान जवान सबका कार्य भाजपा शासन में पूरा करने कसम खा लिए है, जो की कांग्रेस राज में अटकाया गया था अथवा दलालो के चक्कर के कारन अटका हुवा था।
आज पुरे 27 लोगो का काम जमीनि स्तर पर देवदास द्वारा पूर्ण कराया गया है । जिसके कारण आस पास के लोग देव दास मानिकपुरी को अपना मसीहा मान रहे है | देवदास मानिकपुरी ने भ्रष्ट अधिकारी कर्मचारी को चेतावनी दिया है की जमीनी स्तर पर आम लोगो का काम नहीं करने वाले अधिकारी सुधर जाए और आम लोगो का काम को प्रथम प्राथमिकता से करे | अब क्षेत्र के लोगो द्वारा इस सत्ता एव सासन से बड़ी उम्मीद की जा रही है।