उज्जैन (रिवा ):- मध्य प्रदेश के रीवा में हाल ही में एक दुखद घटना सामने आई है, जिसमें एक मासूम बच्चे की गलती से बोरवेल में गिरने से मौत हो गई। इस दुर्भाग्यपूर्ण हादसे के बाद, इंदौर के कलेक्टर ने जिले में अनुपयोगी बोरवेल की सभी कार्रवाई रोकने का आदेश दिया है। जिले में अब तक 31 अनुपयोगी बोरवेल बंद करवाए गए हैं।
जिला पंचायत ने हाल ही में समीक्षा बैठक आयोजित की थी, जिसमें क्षेत्र में सूखे बोरवेल की सुरक्षा की जांच के लिए निर्देश जारी किए गए थे। इसके परिणामस्वरूप, इंदौर जिले में बोरवेल का मौका निरीक्षण किया गया और खुले पाए गए बोरवेल को बंद करवाने की कार्रवाई की गई। प्रशासन ने बोरवेल मालिकों को चेतावनी दी है कि यदि वे निर्देशों का पालन नहीं करते हैं, तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
इस समय मासूम की मौत ने क्षेत्र को गहरे शोक में डाल दिया है। प्रशासन ने इस त्रासदी के बाद जवाबदेही लेते हुए त्योंथर जनपद के सीईओ और पीएचई को निलंबित कर दिया है। अब प्रशासन ने तय किया है कि खुले बोरवेल की सूचना देने वालों को उचित इनाम भी दिया जाएगा, ताकि इसकी सूचना जारी से ज्यादा समय रहते मिल सके
रीवा में मासूम की मौत के बाद लिया सबक
आप को बता दें रीवा में एक मासूम खुले बोरवेल का शिकार हो गया था. यहां के मनिका गांव में बोरवेल में गिरे मासूम बच्चे मंयक को बचाने के लिए प्रशासन ने अपनी तरफ से अथक प्रयास किए लेकिन वो मासूम को बचा नहीं पाए. माना जा रहा है कि मयंक की मौत गिरने के कुछ देर बाद ही हो गई थी. तब इस मामले में जवाबदेही तय करते हुए सीईओ जनपद त्योंथर और एसडीओ पीएचई त्योंथर को निलंबित कर दिया गया था।