जिन्दा:- सरस्वती शिशु मंदिर जिन्दा में आज सत्र 2024-25 के प्रवेशोत्सव एवं पुस्तक वितरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर विद्यालय के प्रांगण में हर्ष और उल्लास का माहौल देखने को मिला।
कार्यक्रम की शुरुआत माँ सरस्वती की पूजा-अर्चना से हुई, जिसे लुकेन्द कौशिक ने संपन्न किया। उन्होंने अपने संबोधन में सभी विद्यार्थियों को नई सत्र के लिए शुभकामनाएं दीं और कहा कि माँ सरस्वती की कृपा से बच्चों का ज्ञान और बुद्धि बढ़ेगी।
राजाराम यादव ने भी अपने विचार व्यक्त किए और बच्चों को नए सत्र में प्रवेश के लिए शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि शिक्षा जीवन का सबसे महत्वपूर्ण अंग है और यह बच्चों के उज्ज्वल भविष्य का आधार है।
इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में शाला प्रबन्धन समिति के अध्यक्ष लुकेन्द्र कौशिक, कोषाध्यक्ष राजाराम यादव, प्रधानाचार्य बृजनंदन कौशिक, आचार्य गणपत साहू, डोमन साहू, शेखर साहू, एवं रंजीत उपस्थित थे। सभी अतिथियों ने बच्चों को पुस्तकों का वितरण किया और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।
प्रधानाचार्य बृजनंदन कौशिक ने अपने संबोधन में बताया कि विद्यालय शिक्षा के साथ-साथ बच्चों के सर्वांगीण विकास पर भी विशेष ध्यान देता है। उन्होंने कहा कि बच्चों को सुसंस्कारित और जिम्मेदार नागरिक बनाने की दिशा में विद्यालय निरंतर प्रयासरत है।
आचार्य गणपत साहू ने कहा कि विद्यार्थियों को अनुशासन, मेहनत और समर्पण का पालन करना चाहिए ताकि वे अपने लक्ष्यों को प्राप्त कर सकें।
इस अवसर पर उपस्थित अभिभावकों ने भी विद्यालय के प्रति अपना आभार व्यक्त किया और कार्यक्रम की सराहना की। कार्यक्रम का संचालन डोमन साहू ने किया और अंत में शेखर साहू ने सभी का धन्यवाद ज्ञापन किया।
सरस्वती शिशु मंदिर जिन्दा का यह कार्यक्रम विद्यार्थियों और अभिभावकों के बीच शिक्षा के प्रति जागरूकता और प्रेरणा का संचार करने में सफल रहा। बच्चों में उत्साह और ऊर्जा का संचार हुआ और उन्होंने नए सत्र के लिए नए उत्साह और उमंग के साथ तैयारी शुरू कर दी।