बोड़ला:- कवर्धा जिले के बोड़ला विकास खंड के तरेगांव जंगल से सोसायटी प्रबंधक सुरेश कुमार पटेल के खिलाफ लगातार मिल रही शिकायतों की जांच करने के लिए मिडिया टीम मौके पर पहुंची। प्रबंधक सुरेश पटेल की समय पर न आने की आदत और सोसायटी के संचालन में लापरवाही की शिकायतें आम हो गई थीं। किसानों ने बताया कि प्रबंधक समय पर कभी नहीं आते, और सोसायटी का संचालन सिर्फ ऑपरेटर और चौकीदार के भरोसे हो रहा है।
किसानों का कहना है कि सुरेश कुमार पटेल कभी-कभी तो आते ही नहीं हैं और अगर आते भी हैं तो बहुत देर से। तरेगांव मुख्यालय के पास होने के बावजूद वे 40 किलोमीटर दूर से आना-जाना कर रहे हैं और अपनी मर्जी चला रहे हैं। इस कारण किसानों को घंटों इंतजार करना पड़ता है।
मीडिया टीम पर प्रबंधक का हमला
जब मीडिया टीम जांच के लिए मौके पर पहुंची, तो पता चला कि प्रबंधक वहां मौजूद नहीं थे। कॉल करने पर वे एक घंटे बाद पहुंचे। इस दौरान मीडिया टीम ने लाइव वीडियो बनाना शुरू किया, जिसे देखकर प्रबंधक सुरेश पटेल ने पत्रकारों से बदतमीजी की और उनके कैमरे मैन से मोबाइल छीन लिया।
धमकियां और बदतमीजी
प्रबंधक ने धमकी देते हुए कहा, "जिससे शिकायत करना है कर लो, कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता।" इस प्रकार, प्रबंधक की दादागिरी सामने आई और उन्होंने पत्रकार के साथ बदतमीजी करते हुए उनके स्वतंत्रता का हनन किया।
प्रबंधक के खिलाफ उच्चस्तरीय शिकायत
यह घटना न केवल सोसायटी प्रबंधक की लापरवाही को उजागर करती है, बल्कि उनके दादागिरी और पत्रकारों के साथ किए गए बर्ताव को भी सामने लाती है। उच्चस्तरीय शिकायत दर्ज कराई जाएगी ताकि ऐसे लापरवाह प्रबंधक के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जा सके।
इस घटना से स्पष्ट है कि सोसायटी प्रबंधक सुरेश कुमार पटेल की लापरवाही और दादागिरी का अंत होना चाहिए। पत्रकारों के स्वतंत्रता का हनन किसी भी स्थिति में बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। उच्च अधिकारी इस मामले की गंभीरता को समझते हुए त्वरित कार्यवाही करें, ताकि किसानों और पत्रकारों को न्याय मिल सके।