पिपरिया, 27 जुलाई:- श्रावण मास के शुभ अवसर पर अमरकंटक से मां नर्मदा का पवित्र जल लेकर बोल बम कांवरिया यात्रियों ने मां सितला बोल बम पैदल यात्रा प्रारंभ की। यह यात्रा ग्राम दुबहा तक पहुंची। इस अवसर पर कपिल श्रीवास, महामंत्री ब्लॉक कवर्धा व अध्यक्ष सर्व सेन समाज कबीरधाम कवर्धा ने अपने क्षेत्र के ग्राम दुबहा में मां सितला बोल बम कांवरियों का बेल पत्र, फूल माला और श्री फल भेंट कर स्वागत किया।
मां सितला बोल बम दुबहा के तत्वावधान में हर साल की तरह इस वर्ष भी अमरकंटक से 27 जुलाई को रवाना हुई थी। इस यात्रा के दौरान कांवरियों ने अमरकंटक दर्शन किया और नर्मदा उदगम स्थल से जल लेकर कांवर पूजा की। अमरकंटक मध्य प्रदेश के अनुपपुर जिले में स्थित एक नगर है जो विंध्य पर्वत माला और सतपुड़ा पर्वत माला के मिलन क्षेत्र पर मैकल पर्वत माला में स्थित है। यहां से नर्मदा नदी, सोन नदी, और जोहिला नदी का उदगम होता है।
कांवर यात्रा के विशेष स्थल
कांवर यात्रा के दौरान कांवरियों ने नर्मदा का जल लेकर छत्तीसगढ़ के प्रसिद्ध धार्मिक स्थलों जैसे पुरात्तव जलेश्वर महादेव डोगरिया, छत्तीसगढ़ के खजुराहो भोरमदेव, पंचमुखी बुढ़ा महादेव कवर्धा, एवं नर्मदेश्वर महादेव रानी सागर में जल अभिषेक किया। इसके पश्चात यात्रा अपने गांव दुबहा पहुंची जहां विश्वकल्याण के लिए गांव के देवी-देवता मंदिरों में जल अभिषेक किया गया और गांव में भ्रमण किया गया।
भक्ति रस में डूबा गांव
कांवर यात्रा के दौरान बोल बम -बोल बम, हर हर महादेव, और हर नर्मदे के जयकारे से पूरा गांव भक्ति रस में विभोर हो गया। मां सितला बोल बम समिति पिछले 10 वर्षों से इस यात्रा का आयोजन कर रही है। इस वर्ष समिति के अध्यक्ष एवं कांवर यात्रा के प्रमुख पंथ संचालन श्री राजेन्द्र साहू के नेतृत्व में अमरकंटक से 200 किमी पैदल यात्रा कर 5 अगस्त तृतीय सोमवार को मां सितला बोल बम यात्रा मां सितला मंदिर प्रांगण में समाप्त हुई। इस दौरान बड़ी संख्या में ग्रामीणजन, माता एवं बहनें उपस्थित थीं।
सांस्कृतिक एवं धार्मिक महत्व
श्रावण मास का सनातन धर्म में विशेष महत्व है। इस महीने में भगवान शिव की विशेष पूजा अर्चना की जाती है। कांवर यात्रा का आयोजन इस धार्मिक महत्व को और भी बढ़ा देता है। कपिल श्रीवास ने इस अवसर पर कहा कि सावन का महिना सनातन धर्म में पुजनीय है और इस प्रकार की धार्मिक यात्राओं से समाज में धार्मिकता और भक्ति का संचार होता है।