मुंगेली (ग्राम डोंडा), 24 सितंबर 2024:-108 संजीवनी एक्सप्रेस की तत्परता और ईएमटी टीम की सूझबूझ से ग्राम डोंडा की गर्भवती महिला रीना मानिकपुरी ने एम्बुलेंस में सुरक्षित प्रसव किया। इस घटना से इलाके में 108 की सेवाओं की सराहना की जा रही है। माँ और नवजात बेटी दोनों स्वस्थ हैं, और इस असाधारण कार्य के लिए 108 टीम को पूरे गांव की ओर से धन्यवाद दिया जा रहा है।
ग्राम डोंडा निवासी रीना मानिकपुरी, उम्र 25 वर्ष, पत्नी बसंत दास, को अचानक प्रसव पीड़ा होने पर परिजनों ने 108 संजीवनी एक्सप्रेस को सूचित किया। सूचना प्राप्त होते ही कुंडा पीएचसी की 108 एम्बुलेंस पायलट अनिश ठाकुर और ईएमटी राजेन्द्र कुमार साहू ने तुरंत प्रतिक्रिया दी और गांव की ओर रवाना हो गए। समय पर पहुंचकर गर्भवती महिला को एम्बुलेंस में बैठाकर उन्हें कुंडा के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) ले जाया जा रहा था।
हालांकि, रास्ते में केशली लालपुर के पास रीना को तेज प्रसव पीड़ा शुरू हो गई। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए, ईएमटी राजेन्द्र कुमार ने तुरंत ईआरसीपी (आपातकालीन सेवा नियंत्रण कक्ष) से संपर्क किया और डॉक्टरों को हालात से अवगत कराया। डॉक्टरों के मार्गदर्शन और परिजनों की सहमति से एम्बुलेंस को सुरक्षित स्थान पर खड़ा करके प्रसव की प्रक्रिया एम्बुलेंस में ही शुरू कर दी गई।
कुछ ही क्षणों में, 108 एम्बुलेंस में बच्ची की किलकारी गूंजी और रीना ने एक स्वस्थ बेटी को जन्म दिया। इसके बाद माँ और नवजात को तुरंत पीएचसी कुंडा में भर्ती कराया गया, जहां दोनों की स्थिति सामान्य बताई गई है।
परिजनों ने जताया आभार:
रीना के परिवार ने 108 टीम की इस त्वरित और सूझबूझ भरी सेवा के लिए आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि यदि 108 की तत्परता और ईएमटी की कुशलता न होती, तो स्थिति गंभीर हो सकती थी। एम्बुलेंस में सुरक्षित प्रसव कराना एक असाधारण कार्य है, जिसके लिए वे 108 टीम के हमेशा आभारी रहेंगे।
108 संजीवनी एक्सप्रेस की यह घटना एक बार फिर यह साबित करती है कि इमरजेंसी सेवाओं की महत्वता कितनी अधिक है और कैसे सही समय पर की गई त्वरित कार्रवाई जान बचाने और खुशियाँ लाने का कार्य करती है।