कबीरधाम, 20 अक्टूबर 2024:- कबीरधाम पुलिस ने एक बड़े अभियान में दो अंतर्राज्यीय तस्करों को गिरफ्तार कर 54 किलोग्राम गांजा बरामद किया है। बरामद मादक पदार्थ की अनुमानित कीमत 5,40,000 रुपये आंकी गई है। साथ ही, तस्करी में प्रयुक्त टाटा Intra हाइड्रोलिक ट्रॉली वाहन भी जब्त कर लिया गया है, जिसकी कीमत करीब 8 लाख रुपये है। इस कार्रवाई के तहत कुल 13.4 लाख रुपये की संपत्ति जब्त की गई है।
राजनांदगांव रेंज के पुलिस महानिरीक्षक दीपक झा (IPS) और पुलिस अधीक्षक धर्मेंद्र सिंह छवई (IPS) के निर्देश में, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पुष्पेंद्र बघेल और पुलिस अनुविभागीय अधिकारी संजय तिवारी के मार्गदर्शन में यह अभियान संचालित किया गया। थाना बोड़ला प्रभारी निरीक्षक राजेश चण्ड के नेतृत्व में पुलिस टीम ने फॉरेस्ट नाका, बोड़ला पर विशेष जांच अभियान चलाया।
मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने टाटा Intra वाहन को रोका। गहन तलाशी के दौरान, वाहन की हाइड्रोलिक ट्रॉली के नीचे छिपाकर रखे 52 अलग-अलग पैकेटों में 54 किलोग्राम गांजा बरामद हुआ। पुलिस ने तुरंत गांजा और वाहन दोनों को जब्त कर लिया और आरोपियों को गिरफ्तार किया।
गिरफ्तार आरोपियों का विवरण
प्रसांत भुक्ता, पिता एकलव्य भुक्ता, उम्र 27 वर्ष, निवासी बोरझर, थाना बाऊसुणी, जिला बौद्ध, ओडिशा
जुलु डांग, पिता बीजा डांग, उम्र 25 वर्ष, निवासी बरहापथर, थाना बाऊसुणी, जिला बौद्ध, ओडिशा
एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज
पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ थाना बोड़ला में अपराध क्रमांक 218/2024 के तहत धारा 20(B) एनडीपीएस एक्ट के अंतर्गत मामला पंजीबद्ध किया है। दोनों आरोपियों को हिरासत में लेकर आगे की जांच की जा रही है।
पुलिस अभियान पर उच्चाधिकारियों की सराहना
इस बड़ी सफलता पर राजनांदगांव रेंज के आईजी दीपक झा और एसपी धर्मेंद्र सिंह ने पुलिस टीम की सराहना की और निर्देश दिया कि तस्करी से जुड़े अन्य संदिग्धों का भी पता लगाया जाए। अधिकारियों ने यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि जिले में मादक पदार्थों के व्यापार को पूरी तरह खत्म करने के लिए कठोर कदम उठाए जाएं।
युवाओं को नशे के जाल से बचाने का प्रयास
राज्य शासन की मंशा के अनुसार, कबीरधाम पुलिस समाज को नशे के खतरों से बचाने के लिए प्रतिबद्ध है। पुलिस की सघन जांच और सतर्कता से मादक पदार्थों के कारोबारियों में भय का माहौल है, जिससे इस अवैध धंधे पर प्रभावी अंकुश लग रहा है। पुलिस द्वारा चलाए जा रहे जागरूकता और सख्ती के प्रयासों से युवाओं को नशे के दुष्प्रभाव से बचाने का प्रयास किया जा रहा है।
इस तरह के सफल अभियानों से न केवल तस्करी की गतिविधियों पर लगाम लग रही है, बल्कि जिले के सामाजिक ताने-बाने को भी सुरक्षित रखने की दिशा में महत्वपूर्ण प्रगति हो रही है।