बिलासपुर:- शहर की बढ़ती आबादी और वाहनों की संख्या के कारण ट्रैफिक व्यवस्था बदहाल हो गई है। ट्रैफिक पुलिस की सुस्त कार्यशैली और नियमन के अभाव में वाहन चालक नियमों की अनदेखी कर रहे हैं, जिससे दुर्घटनाओं का खतरा लगातार बना हुआ है। नागरिकों ने शहर की अव्यवस्थित ट्रैफिक व्यवस्था को सुधारने के लिए प्रशासन से ठोस कदम उठाने की मांग की है। विशेषज्ञों और जागरूक नागरिकों ने इस दिशा में कुछ महत्वपूर्ण सुझाव दिए हैं, जिन्हें अमल में लाकर शहर में यातायात व्यवस्था को सुधारा जा सकता है।
ट्रैफिक नियमों के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए प्रमुख चौक-चौराहों पर बड़े-बड़े ट्रैफिक साइन बोर्ड लगाए जाने चाहिए। साथ ही, ट्रैफिक पुलिस को नियमित रूप से चौक-चौराहों पर जागरूकता अभियान चलाकर वाहन चालकों को नियमों की जानकारी देनी चाहिए।
शहर के जागरूक नागरिकों को "ट्रैफिक मितान" के रूप में शामिल कर उन्हें प्रशिक्षण दिया जाए और उनकी तैनाती बाजारों, स्कूल-कॉलेजों, और अन्य भीड़भाड़ वाले इलाकों में की जाए।
ट्रैफिक पुलिस का सोशल मीडिया पेज जैसे "आपकी बात, ट्रैफिक पुलिस के साथ" के जरिए यातायात नियमों से जुड़ी जानकारी साझा की जानी चाहिए।
लाइसेंस और परमिट चेकिंग के लिए नियमित अभियान
शहर में बिना लाइसेंस और परमिट के बस और ऑटो चलाने वालों पर सख्त कार्यवाही की जानी चाहिए। ट्रैफिक पुलिस और आरटीओ विभाग को संयुक्त रूप से अभियान चलाकर नियमों का उल्लंघन करने वाले चालकों के लाइसेंस रद्द करने और जुर्माना लगाने की प्रक्रिया अपनानी चाहिए।
बस और ऑटो चालकों के लिए ड्रेस कोड अनिवार्य किया गया है, लेकिन इसका पालन न करने वालों पर जुर्माना लगाया जाना चाहिए।
सभी बस और ऑटो रिक्शा में किराया सूची अनिवार्य रूप से चस्पा की जानी चाहिए। प्रमुख चौक-चौराहों पर स्टॉपर लगाकर ऑटो को नियंत्रित किया जाए और ट्रैफिक पुलिस की तैनाती सुनिश्चित की जाए।
जेब्रा क्रॉसिंग और चौक-चौराहों की मरम्मत
नेहरू चौक, महामाया चौक, मंदिर चौक, और स्मार्ट सिटी नेहरू नगर जैसे व्यस्ततम चौक पर जेब्रा क्रॉसिंग पूरी तरह मिट चुकी है। प्रशासन को तुरंत इनका नवीनीकरण करना चाहिए। इससे वाहन चालक जेब्रा क्रॉसिंग पर रुकने को प्रेरित होंगे और पैदल यात्रियों को सड़क पार करने में आसानी होगी।
प्री-पेड बूथ को फिर से किया जाए चालू
बिलासपुर और उसलापुर रेलवे स्टेशन पर पहले से बने प्री-पेड बूथों को नियमित रूप से संचालित किया जाना चाहिए। रेलवे प्रशासन और आरपीएफ की निगरानी में इन बूथों को सुचारु रूप से चालू कर यात्रियों को बेहतर सेवा प्रदान की जा सकती है।
लापरवाह ऑटो चालकों पर जुर्माने और एफआईआर दर्ज कर कड़ी कार्यवाही होनी चाहिए।
समाधान से शहर को मिलेगी राहत
यदि प्रशासन इन सुझावों पर गंभीरता से अमल करता है, तो बिलासपुर की अव्यवस्थित ट्रैफिक व्यवस्था को सुधारकर एक सुरक्षित और सुगम यातायात प्रणाली स्थापित की जा सकती है।
शहरवासियों की सुरक्षा और सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए ट्रैफिक पुलिस और प्रशासन को अपनी जिम्मेदारियां निभानी चाहिए।