बोडला (मानिकपुर):- शासकीय प्राथमिक शाला मानिकपुर में आज संविधान दिवस बड़े उत्साह और श्रद्धा के साथ मनाया गया। इस अवसर पर भारत के संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर के छायाचित्र का पूजन-अर्चन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत में सभी छात्रों को संविधान के प्रति निष्ठा और पालन करने की शपथ दिलाई गई।
कार्यक्रम में अध्यापन अनुमति प्राप्त शिक्षिका प्रीति दीदी ने संविधान निर्माण की प्रक्रिया और इसकी आवश्यकता के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि भारत के संविधान को तैयार करने में कुल 2 वर्ष, 11 माह और 18 दिन का समय लगा। साथ ही, बच्चों को यह भी समझाया कि संविधान क्यों जरूरी था और यह किस प्रकार से हमारे जीवन का मार्गदर्शन करता है।
अध्यापिका ऊषा मेम ने बच्चों को संविधान के नियमों का पालन करने और शिक्षा को अपनी प्राथमिकता बनाने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने बच्चों को अच्छे नागरिक बनने के लिए पढ़ाई के महत्व पर जोर दिया।
डॉ. अंबेडकर के जीवन पर परिचर्चा
शिक्षक राजेंद्र मरावी ने डॉ. भीमराव अंबेडकर के जीवन परिचय पर प्रकाश डाला। उन्होंने अंबेडकर जी के संघर्ष, संविधान निर्माण में उनकी भूमिका और समाज के प्रति उनके योगदान की प्रेरणादायक कहानी बच्चों को सुनाई।
सांस्कृतिक कार्यक्रम और विचार प्रस्तुति
कार्यक्रम में बच्चों ने संविधान पर अपने विचार प्रस्तुत किए। साथ ही, गीत, कविता, और कहानी जैसी विभिन्न सांस्कृतिक गतिविधियों का आयोजन भी किया गया, जिससे बच्चों का उत्साह और भी बढ़ गया।
प्रसाद वितरण के साथ कार्यक्रम का समापन
कार्यक्रम के अंत में सभी बच्चों को प्रसाद वितरित किया गया। शाला के शिक्षकों और बच्चों के संयुक्त प्रयास से यह कार्यक्रम सफलतापूर्वक संपन्न हुआ।
शाला के इस आयोजन ने बच्चों को संविधान के महत्व और इसके पालन की प्रेरणा दी। कार्यक्रम में बच्चों और शिक्षकों का उत्साह देखते ही बनता था।