सरस्वती शिशु मंदिर जिन्दा में बड़े ही धुमधाम से मनाया गया रक्षाबंधन का पर्व
August 31, 2023
जिन्दा:- सरस्वती शिशु मंदिर जिन्दा में बड़े ही धुमधाम से मनाया गया रक्षाबंधन पर्व। सभी बहनों ने स्कूल के भैया को राखी बांधकर मुंह मिठा कराया। और भाईयों ने हमेशा रक्षा करने का संकल्प लिया साथ ही साथ बहनों ने आचार्यों को भी रक्षा सूत्र बांधा! इसी उपलक्ष्य में आचार्य शेखर साहू ने बच्चों को शुभकामनाएं दी और बच्चों को इस त्यौहार के इतिहास के बारें में बताया कि, रक्षा बंधन एक ऐसा त्योहार है जो प्यार और एकता के लिए मनाया जाता है यह त्योहार सावन महीने में और पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है। इसलिए इसे राखी पूर्णिमा भी कहा जाता है। इस शुभ दिन के अवसर पर भाई अपनी बहनों को सभी बुराइयों से बचाने का वादा करते हैं। राखी की शुरुआत भगवान इंद्र की पत्नी शची से हुई, जिन्होंने दुष्ट राजा बाली से अपनी रक्षा के लिए अपने पति को राखी बांधी थी। इसलिए सभी पत्नियां इस शुभ दिन पर अपने पतियों को राखी बांधती थीं। लेकिन, बाद में यह त्योहार भाई-बहन के बीच एकता और प्रेम बनाए रखने के लिए मनाया जाने लगा। ब्रिटिश राज के दौरान रवीन्द्रनाथ टैगोर ने भी बंगाल के विभाजन को रोकने और मित्रता और एकता को बढ़ावा देने के लिए राखी का सहारा लिया था।इस अवसर पर प्रधानाचार्य बृजनंदन कौंशिक, आचार्य गनपत साहू, डोमन साहू, शेखर साहू, योगिता श्रीवास एवं सभी विद्यार्थीगण उपस्थित थ।
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