बिलासपुर:- सत्य साईं हेल्प वे श्रवण बाधित आवासीय विद्यालय, सरकंडा में जिला अस्पताल की ओर से मूक-बधिर बालिकाओं के लिए 6 दिवसीय योग प्रशिक्षण का आयोजन किया गया। यह प्रशिक्षण 25 नवंबर 2024 से 30 नवंबर 2024 तक चला, जिसमें योग चिकित्सक श्री योगेंद्र नाथ चौहान ने बालिकाओं को योगासन और प्राणायाम की महत्वपूर्ण विधियां सिखाईं।
इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य मूक-बधिर बालिकाओं को योग के माध्यम से मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाना था। श्री चौहान ने न केवल बालिकाओं को योगासन सिखाए बल्कि योग से होने वाले लाभ, जैसे मानसिक शांति, एकाग्रता, और शारीरिक मजबूती के बारे में भी उन्हें जानकारी दी।
विशेष तकनीक: मूक-बधिर बालिकाओं को योग सिखाने के लिए विशेष तरीके अपनाए गए, ताकि वे इसे आसानी से समझ और अभ्यास कर सकें।
जागरूकता: प्रशिक्षण के दौरान बच्चों को योग और स्वस्थ जीवनशैली के बीच संबंध समझाया गया।
अंतिम दिन का उत्सव: प्रशिक्षण के अंतिम दिन, श्री योगेंद्र नाथ चौहान ने अपनी पत्नी का जन्मदिन बालिकाओं के साथ मनाकर उन्हें एक खास अनुभव दिया।
कार्यक्रम में उपस्थित प्रमुख अतिथि
इस कार्यक्रम में जिला अस्पताल से श्री सुनील श्रीवास (सोशल वर्कर), संस्था की संचालिका श्रीमती ममता मिश्रा, प्राचार्य श्रीमती दीपिका मिश्रा, और अन्य शिक्षकों एवं सामाजिक कार्यकर्ताओं ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। कार्यक्रम में शालिनी विशाल, शांति यादव, कांति मरावी, जया मजूमदार, रेखा ध्रुव, सावित्री केशरवानी, निकिता शर्मा, अशोक तम्बोली, और आलोक वालिम्बे ने भी सहभागिता की।
प्रशिक्षण का महत्व और भविष्य की योजना
सत्य साईं हेल्प वे विद्यालय की संचालिका श्रीमती ममता मिश्रा ने बताया कि योग के माध्यम से बच्चों को न केवल शारीरिक स्वास्थ्य, बल्कि आत्मनिर्भरता की भी प्रेरणा दी जा रही है। इस प्रशिक्षण को हर साल आयोजित करने की योजना है, ताकि बालिकाओं को नियमित रूप से योग का लाभ मिल सके।