कवर्धा:- कलेक्टर एवं जिला दंडाधिकारी जनमेजय महोबे ने गुरू घासीदास जयंती 18 दिसंबर के अवसर पर शुष्क दिवस घोषित किया है। 18 दिसंबर को जिले में संचालित देशी, विदेशी,, कंपोजिटि मदिरा की दुकाने एवं एफ.एल.-4(क) व्यवसायिक क्लब, एफ.एल.-3(ग) पर्यटन बार तथा मद्यभण्डारण भाण्डागार कवर्धा पूर्णतः बंद रखी जाएगी। उन्होंने शुष्क दिवस पर मदिरा का अवैध विक्रय, धारण एवं परिवहन पर कड़ी निगरानी रखने के निर्देश दिए है। आपको यह भी बता दे। गुरू घासीदास (1756 – अंतर्ध्यान अज्ञात) छत्तीसगढ़ राज्य के रायपुर जिले के गिरौदपुरी गांव में पिता महंगुदास जी एवं माता अमरौतिन के कोख से जन्मे थे गुरू घासीदास जी सतनाम धर्म जिसे आम बोल चाल में सतनामी समाज कहा जाता है, के प्रवर्तक थे। गुरूजी महान बैद्य एवं वैज्ञानिकऔर तर्कवादी विचारक थे। गुरुजी जन्म से न मानकर कर्म को महान मानते थे।भंडारपुरी में जहां अपने धार्मिक स्थल को संत समाज को प्रमाणित सत्य के शक्ति के साथ दिया था, वहाँ गुरूजी के वंशज जो जन्म से गुरु हैं आज भी निवासरत है। उन्होंने अपने समय की सामाजिक आर्थिक विषमता, शोषण तथा जातिवाद सामंतीयो काअन्नयाय अत्याचार को समाप्त करके मानव-मानव एक समान का संदेश दिया। इनसे समाज के लोग बहुत ही प्रभावित थे।